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गज़ल

यादों के पन्नो को पलटने से क्या होगा

नज़रों में ख्वाबो को संजोने से क्या होगा

अब आवाज देकर बैचेन ना कर उसे

आ ना सके जो बुलाने से क्या होगा

भूल पाना वस मे नहीं जानता है जब

दिल से तस्वीर यों मिटाने से क्या होगा

प्यास बुझेगी उसकी जब लहू से तेरे

तन्हाई को आंसू ये पिलाने से क्या होगा

कागज़ पर उकेर कर नाम यों 'कविराज'

बार-बार याद उसे करने से क्या होगा

यादों के पन्नो को पलटने से क्या होगा

नज़रों में ख्वाबो को संजोने से क्या होगा

मेरा परिचय

  • नाम : गिरिराज जोशी
  • ठिकाना : नागौर, राजस्थान, India
  • एक खण्डहर जो अब साहित्यिक ईंटो से पूर्ननिर्मित हो रहा है...
मेरी प्रोफाईल

पूर्व रचनाऎं

पूर्व संकलन

'कवि अकेला' समुह

'हिन्दी-कविता' समुह

धन्यवाद

यह चिट्ठा गिरिराज जोशी "कविराज" द्वारा तैयार किया गया है। ब्लोगर डोट कोम का धन्यवाद जिसकी सहायता से यह संभव हो पाया।
प्रसिद्धी सूचकांक :